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छोटे बच्चों में बढ़ रही है मोटापे की समस्या गलत खाने और सोने की आदतें - भारतीयों में एक बड़ी चिंता का à

सब केटगॉरी : स्वास्थ्य  Jan,22,2020 12:28:26 PM
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�छोटे बच्चों में बढ़ रही है मोटापे की समस्या गलत खाने और सोने की आदतें - भारतीयों में एक बड़ी चिंता का à

नई दिल्ली: बढ़ती शहरीकरण और बदलती जीवन शैली के साथ मोटापा एक महामारी का प्रमुख कारण बन चुकी है। मध्यम आयु वर्ग के व्यक्तियों में आजकल मोटापे की समस्या आम हो गई है जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हार्ट अटैक, नींद की बीमारी, जोड़ों में दर्द, बांझपन और कैंसर की संभावना को बढ़ाती है।

साकेत स्थित मैक्स मेडिकल स्पेशियलिटी अस्पताल के अध्यक्ष, डा. प्रदीप चौबे का कहना है किआनुवांशिकी, पोषण, जीवन शैली, नींद पैटर्न और साइकलॉजी आदि सब वजन बढ़ाने में प्रमुख कारण हैं। लोग अक्सर कहते हैं, अपने मुंह को मंद रखें, खुद पर कंट्रोल रखें, मोटीवेटेड रहें, लेकिन क्या उन्हें जरा सा भी अंदाजा है कि यह सभी के लिए काम नहीं कर सकता है। खुद के जीवन को संतुलित करना एक कठिन काम है जो लगभग सभी के लिए किसी संघर्ष से कम नहीं है। वजन को मैनेज करना कैलोरी संतुलन से परे है क्योंकि कई अन्य कारक हैं, जिन्हें समझने और इससे निपटने की आवश्यकता है।

पूछे जाने पर दस में से सात लोग यही कहते हैं कि मोटापासेल्फ कंट्रोल की कमी और इच्छा शक्ति की कमी के कारण होता है। अधिक वजन या मोटापे को लेकर लोगों में अभी भी एक सामान्य धारणा (या गलत धारणा) बनी हुई है। हालांकि, मोटापा एक गंभीर और पुरानी बीमारी है जिसे एक बीमारी की तरह ही मैनेज करने की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2004 में मोटापे को बीमारी कै रूप में घोषित कर दिया, जब यह महामारी के अनुपात में पहुंच गया। मोटापा कैसे मापा जाए, इसकी रोकथाम, प्रबंधन और इसके साथ स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बारे में लोगों में अभी भी जागरुकता की कमी है। मोटापा सिर्फ एक शारीरिक समस्या नहीं रही बल्कि एक बीमारी का रूप लेती जा रही है जो कई अन्य बीमारियों को जन्म देता है।

आधुनिक युग में शहरीकरण और बेहतर आर्थिक स्थिति के कारण हर जगह परिवहन के कई साधन उपलब्ध हैं जिससे ट्रैवल करना बहुत आसान हो गया है। यही कारण है कि लोगों में फिजिकल एक्टीविटी लगभल शून्य हो गई है। इसके अलावा, बाजार में कैलोरी से भरे हुए जंक फूड जिनमें पोषण की मात्रा शून्य के बराबर होती है, हर जगह दिखाई देते हैं। व्यस्त जीवनशैली में अधिकतर लोग इन्ही जंक फूड पर डिपेंड करते हैं जो मोटापे जैसी बड़ी बीमारी को जन्म देता है।

डा. प्रदीप चौबे का कहना है कि का कहना है किबच्चों में मोटापा की घटनाओं में एक बड़ी वृद्धि हुई है जो महत्वपूर्ण रूप से चिंताजनक है। 80: से अधिक बच्चों में मोटापा खान-पान की अनियमित आदतों के कारण विकसित होता है। बच्चे उन्ही चीजों का सेवन अधिक करते हैं जिनमें वसा अधिक होता है लेकिन पोषण की कमी होती है जिसके कारण ये बच्चे अंततः समय के साथ पूरी तरह से मोटापे की चपेट में जाते हैं। एक समय था जब कोई त्योहार पड़ता था, तो लोग उसी दिन ताजा और शुद्ध चीजे लाते थे या घर पर ही

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