हमारे देश की सबसे प्रथिष्टित सेवाओं में शामिल की जाने वाली सिविल सेवा की
परीक्षा अधिकांश परिवारों के लिए पसंदीदा करियर ऑप्शन है। यूपीएससी की परीक्षा का
पहला चरण यानी कि यूपीएससी प्रीलिम्स 2019 की परीक्षा 2 जून को होने वाली है। इस
परीक्षा के इच्छुक लोग इसकी तैयारी में रात-दिन एक कर देते हैं। उनका लक्ष्य बस
इतना रह जाता है कि कोई किताब उनसे छूट न जाए। लेकिन सिर्फ किताबें यूपीएससी जैसी
मुश्किल परीक्षा पास नहीं करवा सकती हैं। इसके लिए जरूरी है कि किताबों के साथ-साथ
आप इसमें पूछे गए प्रश्नो और प्रश्नपत्र के पैटर्न से भी बखूबी परिचित हों।
चाणक्य आईएस अकैडमी, सालों से सीविल सेवा पीरक्षा के प्रति समर्पित लोगों का
मार्गदर्शन करती रही है। अपने सपनों को साकार करने और परीक्षा को उत्तीर्ण करने के
लिए समझदारी से पढ़ने की जरूरत होती है इसलिए चाणक्य आईएस अकैडमी बताती है कि
यूपीएसी की परीक्षा की तैयारी करते हुए किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए।
1. अपना लक्ष्य तय करें:
यह समझने से पहले कि यूपीएससी की
तैयारी घर पर कैसे की जा सकती है, जरूरी है कि पहले आप खुद को इस सफर के लिए पूरी
तरह से तैयार कर लें। परीक्षा की तैयारी को शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित कर
लीजिए कि आप परीक्षा के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से तैयार हैं। अपने
लक्ष्य को तय करें और तैयारी पर अपना वक्त समझदारी से उपयोग करें। सिविल सेवाओं
में बहुत सी सेवाएं उपल्बध हैं इसलिए अपने कैरियर का चयन सोच समझ कर करें।
यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने से पहले परीक्षा की जरूरी तिथियों को जान लेना
आवश्यक है। यूपीएससी एक साल पहले ही सभी जरूरी तिथियों के साथ अपना कैलेंडर जारी करता
है जिसके जरिए उम्मीदवारों को परीक्षा से जुड़ी सारी जरूरी जानकारी मिल जाती है।
2. टाइमटेबल बनाएं:
एक आईएएस ऑफिसर बनने के लिए जरूरी
है कि आप पहले से ही एक ऑफिसर की तरह बर्ताव करने लगें। उसकी जिम्मेदारिओं की
गंभीरता को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी का टाइमटेबल भी उतनी ही गंभीरता से सेट
करें। टाइमटेबल बनाने से तैयारी करने में आपको आसानी होगी और आप एक गंभीर और
संगठित व्यक्ति बन जाएंगे। यह एक अधिकारी का अनिवार्य गुण माना जाता है।
3. प्रतिदिन अखबार पढ़ें:
करंट अफेयर्स आइएएस की परीक्षा में
महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यूपीएससी की परीक्षा का आयोजन उम्मीदवारों के
ज्ञान के स्तर को चेक करने के लिए नहीं किया जाता है बल्कि उनके सामान्य ज्ञान और
उसकी गुणवत्ता को चेक करने के लिए किया जाता है। तैयारी शुरू करने से पहले प्रतिदिन
न्यूजपेपर पढ़ने का रूटीन बनाएं। आपको सही न्यूज की पहचान होनी चाहिए। अगर आपको
अपना सिलेबस अच्छे से पता है तो आप खुद ब खुद समझने लगेंगे की आपके लिए कौन सी
न्यूज और आर्टिकल जरूरी हैं और कौन से नहीं। किसी के लिए भी अखबार का ऐडिटोरियल
सेक्शन सबसे महत्तवपूर्ण है इसलिए कभि भी ऐडिटोरियल पेज को पढ़ना न भूलें।
4. यूपीएससी के सिलेबस को
अच्छी तरह से समझ लें:
यूपीएससी की परीक्षा का स्ट्रक्चर
समझना अनिवार्य है। तैयारी शुरू करने से पहले यह समझ लेना बहुत जरूरी है कि आपके
सिलेबस की डिमांड क्या है। आप अपने सिलेबस के हिसाब से अपनी तैयारी शुरू कर सकते
हैं।
5. किताबी कीड़ा न बनें:
ये तो आपको पता ही होगा कि किताबों
से ज्ञाम मिलता है फिर भी दुनिया का सारा ज्ञान किताबों तक सीमित नहीं है।
यूपीएससी की तैयारी में किताबें अहम भूमिका निभाती हैं लेकिन साथ ही प्रेक्टिकल
नॉलेज भी जरूरी है। किताबों का चयन ठीक से करें और समझ ले कि कौन की किताब आपके
लिए जरूरी है और कौन सी नहीं। इस तरह आपके पास किताबों का जमाव नहीं लगेगा और आप
समझ पाएंगे की किस किताब से तैयारी शुरू करनी है।
6. NCERT की किताबें पढ़ें:
यूपीएससी की परीक्षा के लिए कक्षा 6 से कक्षा 12 तक NCERT की किताबें
अहम भूमिका निभाती हैं। NCERT की किताबें आपके बेसिक
कॉन्सेप्ट को क्लियर करती हैं। इन किताबों में ज्ञान का भंडार होता है जो आपकी
परीक्षा में मदद करती हैं। आप एक लिस्ट के जरिए सुनिश्चित कर लीजिए
कि आपके लिए कौन-कौन सी NCERT की किताबें जरूरी हैं और उसी के प्रकार उन्हें अपनी तैयारी का हिस्सा बना
लें।
7. पुराने प्रश्नपत्र हल
करें:
पुराने प्रश्नपत्र हल करने से आपको
यूपीएससी के प्रश्नपत्र के पैटर्न की अच्छे से समझ हो जाती है। हर परीक्षा का एक
माध्यम पुराने प्रश्नपत्र होते हैं, इसका अर्थ यह है कि हो रही परीक्षा में पुराने
प्रश्नपत्रों से कुछ प्रश्न तो आपको दिख ही जाएंगे। जब आप पुराने प्रश्नपत्रों को
हल करते हैं तो आपको आसान और कठिन प्रश्नों के मिश्रण का पता चल जाता है। एक ही
सवाल को किस तरह से घुमा-घमा के अलग-अलग तरीकों से पूछा जा सकता है यह तो आपको
पुराने प्रश्नपत्रों से ही पता चलेगा। इसलिए पिछले कुछ वर्षों के पेपरों को हल
करना न भूलें।
8. शॉर्ट नोट बनाते चले:
सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी
करते हुए शॉर्ट नोट बनाना अति आवश्यक होता है। किसी ने सच ही कहा है कि इंसान
सिर्फ सुनकर या पढ़कर सब याद नहीं रख सकता है इसलिए उसे हर जरूरी चीज लिख लेनी
चाहिए, इसी तरह आपके ये शॉर्ट नोट्स भी आपको रिवीजन के वक्त काम आते हैं। आपको
अपनी किताबों, अखबारों, करंट अफेयर्स और NCERT से पढ़ी गई जरूरी जानकारी को किसी एक जगह लिख लेना
चाहिए जिससे इसे दौबारा आसानी से पढ़ा जा सके।
9. डिबेट का हिस्सा बने:
आजकल टीवी पर कई ऐसे चैनल आते हैं जिसमें सरकार से जुड़े मुद्दों पर डिबेट होती है। इन चैनलों को प्रतिदिन देखें और उनकी डिबेट को ध्यान से सुनें। यह आपको सरकार से जुड़ी कई नई जानकारियां प्रदान करेगा और आपके सामान्य ज्ञान को बेहतर करेगा। कोशिश करें कि इस तरह कि डिबेट का हिस्सा आप भी बन सकें इसलिए कभी-कभी डिबेट प्रतियोगिता में भी भाग लें। इस तरह आप डिबेट के मुद्दों की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करेंगे जिससे बड़े मुद्दों पर आपकी पकड़ अच्छी बन जाएगी।
10. स्ट्रेस न लें:
यूपीएससी की तैयारी करते हुए
स्ट्रेस होना आम बात है लेकिन यह आम बात आपके परिणामों को किस तरह प्रभावित कर
सकती है यह भी आप अच्छे से समझते हैं। बेहतर परिणामों के लिए यह जरूरी है कि आप
स्ट्रेस से जितना हो सके उतना दूर रहें। समय-समय पर ब्रेक ले सकते हैं जिससे आपका
मूड भी फ्रेश हो जाएगा और आप फिर से तैयारी में मन लगा सकेंगे। ऐसे वक्त में अच्छा
खान-पीन बहुत जरूरी है। यह आपके शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखता है। ऐसा न हो कि आप
तैयारी में इतना खो गए कि स्वास्थय का ध्यान ही नहीं रख रहे। सोचिए यदि आपकी तबियत
खराब हो जाती है तो आपका कितना नुकसान होगा।
11. दोस्तों के साथ चर्चा
करें:
आपके फ्रेंड सर्कल में कुछ और भी
दोस्त ऐसे होंगे जो सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे होंगे। आप ऐसे दोस्तो से मिलकर
तैयारी से जुड़े जरूरी विषयों पर बात कर सकते हैं इस तरह आपका मूड भी फ्रेश रहेगा
और आपको नई जानकारी भी मिलती रहेगी।
12. रिवीजन:
अधिकांश लोग रिवीजन परीक्षा के
आखिरी महीने में करते हैं जबकि रिवीजन का सही तरीका यह है कि आप हर सुबह तैयार किए
हुए शॉर्ट नोट्स का रिवीजन करें। अगर आप मन से पढ़ाई कर रहे होंगे तो रिवीजन में 30
मिनट से ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। इससे हर विषय पर आपकी अच्छी पकड़ बन जाएगी और आप
चीजों को लंबे समय तक याद रख पाएंगे। सिर्फ आखिरी के महीने में रिवीजन करना तैयारी
का सही तरीका नहीं होता है।
13. मॉक टेस्ट सीरीज:
सेल्फ एसेसमेंट किसी भी तैयारी के
लिए जरूरी भी होता है और लाभदायक भी। मॉक टेस्ट के जरिए आप यह जान पाएंगे कि आप
कहां पर गलती कर रहे हैं। अगर आपसे कुछ छूट रहा होगा तो आप उसके बारे में पढ़ कर
उस कमी को पूरा कर सकते हैं। मॉक टेस्ट सेल्फ एसेसमेंट के लिए काफी फायदेमेंद
साबित होता है।