नई दिल्ली : नई दिल्ली स्थित लिटिल थिएटर ग्रुप ऑडिटोरियम मे 7वें अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड ;आईएफओद्ध का ग्रांड फिनाले का आयोजन हुआए जिसमें कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बेंगलुरु के छात्रों ने जीत हासिल की। विजेता टीम को ट्रॉफी के साथ सम्मानित किया गयाए और साथ ही उन्हें 1 लाख की स्कॉलरशिप भी दी गई। वहीं चिरेक इंटरनेशनल स्कूलए आंध्र प्रदेश के छात्रों को फर्स्ट रनर.अप घोषित कर उन्हें 40,000 की स्कॉलरशिप के साथ सम्मानित किया गया। इसके अलावा दिल्ली में आरके पुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्रों ने तीसरे स्थान पर रहते हुएए 20,000 रुपये की स्कॉलरशिप प्राप्त की।
फिनाले में एक ऑन.स्टेज क्विज संचालित की गई थीए जिसे क्विज मास्टर श्री प्रणव चतुर्वेदी द्वारा तैयार किया गया था। इससे पहले राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित दोनों राउंड को क्वालिफाई करने के बाद 4.4 सदस्यों के साथ कुल 6 टीमें फिनाले तक पहुंचने में कामयाब रहीं थी।
वास्तव मे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड ;आईएफओद्धए इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मार्केट्स ;आईआईएफएमद्ध की एक खास पहल हैए जिसे पिछले 7 सालों से हर साल आयोजित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य कक्षा 8.12वीं के छात्रों को पैसों के प्रबंधन की जरूरत और कला को समझाना है। फिनाले में जाने वाली टीमों में दल्ली में आरकेपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूलए हरिद्वार स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूलए दी इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बंगलौरए हैदराबाद स्थित चिरेक इंटरनेशनल स्कूलए ठाणे स्थित श्रीमती सुलोचना देवी सिंघानिया स्कूल और चण्डीगढ़ स्थित सेंट कबीर पब्लिक स्कूल शामिल रहे।
नई दिल्ली स्थित प्रथम स्कूल के निदेशकए श्री अंकित कपूर ने बताया किए श्चूंकिए स्कूल के छात्रों को वित्तीय ज्ञान न के बराबर होता हैए इसलिए इसे हम दुनियाभर के स्कूलों की गतिविधियों में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड में सफल रहने के बादए हमने अपनी साखा का विस्तार करते हुए ग्लोबल इकोनॉमिक ओलंपियाड की शुरुआत की है। आज की आधुनिक दुनिया मेंए ओलंपियाड छात्रों के टैलेंट और क्षमता की पहचान करने में सहायक होने के साथ यह छात्रों की कमियों और सुधार के तरीकों के बारे में भी बताते हैं।श्
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कंपटीशन में भाग लेने वाले छात्रों को एक खास लाभ प्राप्त होता हैए जहां उन्हें हर स्तर पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणित सर्टीफिकेट दिया जाता है और स्कॉलरशिप के लिए भी भाग लेने मौका मिलता है। इस खास पहल की मदद से उन्हें छोटी उम्र में ही ष्फाइनेन्शियल लिटरेटष् बनने का अवसर प्राप्त होता है।