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सर्दियों में हृदय रोगों के बढ़ते मामलों के बारे में जागरुकता बढ़ाई गई सर्दियों में दिल के मरीज रह

सब केटगॉरी : स्वास्थ्य  Feb,08,2020 11:44:42 AM
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सर्दियों में हृदय रोगों के बढ़ते मामलों के बारे में जागरुकता बढ़ाई गई सर्दियों में दिल के मरीज रह

नई दिल्ली, 6 जनवरी, 2020: सर्दियों में दिल की बीमारियों के बढ़ते जोखिम और उनकी रोकथाम के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए साइंस एंड आर्ट ऑफ लिविंग (साओल) ने नई दिल्ली में एक सेमिनार का आयोजन किया।

ठंड के मौसम में दिल की समस्याएं बढ़ जाती हैं, जिसके कारण आम लोगों की तुलना में दिल के मरीजों को ज्यादा समस्या होती है। सर्दी के मौसम में खून गाढ़ा होने लगता है और तापमान गिरने के कारण ब्लड वेसल्स भी सिकुड़ने लगती हैं, जिससे दिल के मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

साओल हार्ट सेंटर के निदेशक, डॉक्टर बिमल छाजेड़ ने बताया कि, ठंड के मौसम में दिल की धमनियां सिकुड़ने लगती हैं। ऐसे में शरीर में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाने के कारण दिल के मरीजों का बीपी बढ़ जाता है। सर्दियों में खून गाढ़ा हो जाने के कारण दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है। धूप से मिलने वाला विटामिन-डी हार्ट अटैक और हार्ट फेल की समस्या से बचाता है। सर्दी के मौसम में धूप न निकलने के कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट फेल आदि जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा इस मौसम में लोग तली-भुनी चीजों का सेवन ज्यादा करने के साथ आराम भी ज्यादा करते हैं। शारीरिक गतिविधि में कमी के कारण दिल की बीमारियां अधिक होती हैं। बदलते मौसम में अक्सर कई लोगों को डिप्रेशन की समस्या होती है। इससे तनाव और हाइपरटेंशन के कारण दिल पर दबाव पड़ता है। शरीर को गर्म रखने के लिए दिल तेज गति से काम करने लगता है, जिससे ब्लड वेसल्स सख्त हो जाती हैं। ये सब चीजें मिलकर हार्ट अटैक को बुलावा देती हैं।

अमेरिकल हार्ट एसोसिएशन कि रिपोर्ट के अनुसार गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक से होने वाली मौतों के मामले 36 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं।

डॉक्टर बिमल छाजेड़ ने आगे बताया कि, इस मौसम में विशेषकर हृदय रोगियों को बचाव करने की आवश्यकता अधिक होती है। सिर्फ गर्म कपड़े पहनना ही काफी नहीं है, दिल को स्वस्थ रखने के लिए धूप में कम से कम आधा घंटा जरूर बैठें। इस मौसम में नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर में गरमाहट बनी रहती है। खासकर हृदय रोगियों को एक्सरसाइज व रनिंग नियमित रूप से करना चाहिए, इससे उनके शरीर में ऑक्सीजन व खून का प्रवाह ठीक से हो पाता है। इस मौसम में तला-भुना व मीठा खाने से परहेज करें। शरीर में पोषण बनाए रखने के लिए साग, गाज़र, हरी सब्जियों आदि का सेवन ज्यादा करें। धूम्रपान व शराब को पूरी तरह से न कह दें। चावल की जगह रोटियां खाएं और दिनभर गुनगुना पानी पिएं। चाय की जगह ग्रीन टी पिएं, इससे आपके शरीर की स्फुर्ती बनी रहेगी, साथ ही आपका दिल भी स्वस्थ रहेगा।

 

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