नई
दिल्ली, 25
जनवरी, 2020: नई दिल्ली स्थित लिटिल थिएटर ग्रुप ऑडिटोरियम में आज 7वें
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड (आईएफओ) का ग्रांड फिनाले आयोजित किया गया था,
जिसमें कर्नाटका स्थित इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बंगलौर के छात्रों ने जीत हासिल कर देश
का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया। विजेता टीम को न सिर्फ ट्रॉफी के साथ सम्मानित किया
गया, बल्कि उन्हें 1 लाख की स्कॉलरशिप भी दी गई। वहीं चिरेक इंटरनेशनल स्कूल,
आंध्र प्रदेश के छात्रों को फर्स्ट रनर-अप घोषित कर उन्हें 40,000 की स्कॉलरशिप के
साथ सम्मानित किया गया। इसके अलावा दिल्ली में आरके पुरम स्थित दिल्ली पब्लिक
स्कूल के छात्रों ने तीसरे स्थान पर रहते हुए, 20,000 की स्कॉलरशिप प्राप्त की।
फिनाले में एक ऑन-स्टेज क्विज संचालित की गई थी, जिसे क्विज मास्टर श्री
प्रणव चतुर्वेदी द्वारा तैयार किया गया था। इससे पहले राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित
दोनों राउंड को क्वालिफाई करने के बाद 4-4 सदस्यों के साथ कुल 6 टीमें फिनाले तक
पहुंचने में कामयाब रहीं।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड (आईएफओ), इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ
फाइनेंशियल मार्केट्स (आईआईएफएम) की एक खास पहल है, जिसे पिछले 7 सालों से हर साल
आयोजित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य कक्षा 8-12वीं के छात्रों को पैसों के
प्रबंधन की जरूरत और कला को समझाना है। फिनाले में जाने वाली टीमों में दल्ली में
आरकेपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, हरिद्वार स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, दी
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बंगलौर, हैदराबाद स्थित चिरेक इंटरनेशनल स्कूल, ठाणे स्थित श्रीमती
सुलोचना देवी सिंघानिया स्कूल और चण्डीगढ़ स्थित सेंट कबीर पब्लिक स्कूल शामिल रहे।
नई दिल्ली स्थित प्रथम स्कूल के निदेशक, श्री अंकित कपूर
ने बताया कि, “चूंकि, स्कूल के छात्रों को वित्तीय ज्ञान न के बराबर होता है, इसलिए इसे हम
दुनियाभर के स्कूलों की गतिविधियों में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड में सफल रहने के बाद, हमने अपनी साखा का विस्तार
करते हुए ग्लोबल इकोनॉमिक ओलंपियाड की शुरुआत की है। आज की आधुनिक दुनिया में,
ओलंपियाड छात्रों के टैलेंट और क्षमता की पहचान करने में सहायक होने के साथ यह
छात्रों की कमियों और सुधार के तरीकों के बारे में भी बताते हैं।”
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कंपटीशन में भाग लेने वाले छात्रों को
एक खास लाभ प्राप्त होता है, जहां उन्हें हर स्तर पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणित
सर्टीफिकेट दिया जाता है और स्कॉलरशिप के लिए भी भाग लेने मौका मिलता है। इस खास
पहल की मदद से उन्हें छोटी उम्र में ही ‘फाइनेन्शियल लिटरेट’ बनने का अवसर
प्राप्त होता है।
श्री अंकित कपूर ने आगे बाताया कि, “आईएफओ 5 देशों के 162 शहरों में 48,000 से ज्यादा स्कूली छात्रों के बीच फाइनेंशियल लिटरेसी को बढ़ावा देता है।
भारत में 1000 से अधिक स्कूलों के साथ जुड़े रहने के अलावा,
टीम ने दुबई, कतर, कुवैत
और शारजाह के कई स्कूलों को शामिल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कामयाबी हासिल की
है।”
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ओलंपियाड कक्षा 8वीं से लेकर कक्षा 12वीं के
छात्रों को इसमें हिस्सा लेने का अवसर देता है। इसके रेजिस्ट्रेशन हर साल मार्च से
लेकर अगस्त तक खुले रहते हैं। छात्र अपनी मर्जी अनुसार खुद से या अपने स्कूल की
मदद से इसमें हिस्सा ले सकते हैं। इससे जुड़े स्कूलों के कक्षा 8वीं के छात्र बिगिनर
लेवल, 9वीं और 10वीं के छात्र इंटरमीडिएट लेवल और 11वीं व 12वीं के छात्र एडवांस लेवल
के लिए रेजिस्टर कर सकते हैं।