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अब कील -मुहासों से छुटकारा आसानी से

सब केटगॉरी : आर्टिकल  Feb,24,2020 12:54:34 PM
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अब कील -मुहासों से छुटकारा आसानी से

आज कल किशोरावस्था से युवावस्था तक की मुख्य सौंदर्य समस्या हैं कील मुहासे जो कि किशोरावस्था से प्रारंभ होते हैं। कई बार तो स्थिति यहां तक पहुंच जाती है कि कील मुहासों से उत्पन्न खुजली के कारण इन्हें खरोंच या नोच कर नष्ट करने का प्रयास करते हैं जो चेहरे को और भी वीभत्स बना देता है। कुछ स्थितियों में मुहासों के कारण दाग, ध्ब्बे काले गड़ढे पड़ जाते हैं और अच्छा खासा चेहरा खुरदरा विकृत हो जाता है।

नई दिल्ली के पंजाबी क्लब के सामने स्थित शेप इन स्टाइल नाम से ब्यूटी पार्लर चला रही आरती सेठी के अनुसार कील मुहासों के उत्पन्न होने के कुछ मुख्य कारण हैं जिनमें प्रथम कारण है हारमोनगत परिवर्तन। मुहांसे होने का दूसरा कारण है हमारे शरीर में पाचन तन्त्रा की क्रिया शीलता, हम जो खाते हैं पीते हैं उसका एक निश्चित भाग पचकर हमारे शरीर को कार्य करने के लायक बनाता है। कुछ भाग अपशिष्ट पदार्थ के रूप में उत्सर्जन तंत्रा द्वारा बाहर निकाला जाता है। अक्सर जब हम कुछ सही ढंग से पचा नहीं पाते तो प्रायः हमें गैस, बदहजमी, अपच या कब्ज की शिकायत हो जाती है, जो अप्रत्यक्ष रूप से मुहासों को जन्म देती है।

कील मुहासों से उत्पन्न समस्या से कुछ हद तक प्राकृतिक कुछ सीमा तक कृत्रिम उपायों से निजात पाई जा सकती है। इसका उपाय जहां तक हो सके पेट को सापफ रखें। इसके लिए हरड़, बहेड़ा आवंला समान मात्रा में निकालकर रात को मिट्टी के नये कुल्लड़ या ;कसोरेद्ध में भिगोकर सुबह उसका पानी सापफ कपड़े से छानकर नियमित रूप से पीयें।

सुश्री सेठी के अनुसार प्रतिदिन कम से कम दो से चार लीटर पानी पीना भी पेट को सापफ रखने का कारगर नुस्खा है। प्रायः देखा जाता है उन व्यक्तियों के कील मुहासे कम होते हैं जो दिन में लगभग आठ गिलास पानी का सेवन करते हैं बजाए जो अपनी प्यास को रोककर पानी नहीं पीते हैं। यदि, कील मुहासे होने की हल्की सी भी संभावना हो तो तेज मिर्च, मसालों तली भुनी चटपटी चीजें अचार चटनी कम से कम खायें बल्कि ठंडी चीजों जैसे मौसमी, दही, संतरा, अंगूर जूस जैसी चीजों का सेवन करें।

आरती सेठी के अनुसार यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो यह समस्या आपके समक्ष अवश्य आयेगी। सप्ताह में कम से कम एक बार चेहरे को हाट टावल अवश्य दें। जहां तक संभव हो अत्याध्ुनिक सौन्दर्य वधर््क क्रीम लोशन का प्रयोग कदापि करें। भोजन में दाल, हरी सब्जियां, सलाद की मात्रा अध्कि से अध्कि खायें। साथ ही में विटामिन्स भरपूर लें। दिन में कम से कम तीन-चार बार चेहरे को मेडिकेटेड क्लिजंर से धेयें। और चेहरे को बार-बार हाथ लगायें। रात को सोने से पूर्व चेहरे को अच्छी तरह सापफ करके सोयें। ग्लिसरीन, गुलाब जल नींबू का रस मीलाकर हल्के-हल्के हाथों से मालिश करें। इससे त्वचा कोमल, मुलायम सुन्दर बनी रहेगी।

मुहांसों के

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