डीयू- जॉइंट एडमिशन टेस्ट 2020 में सफलता के लिए निरंतर अभ्यास जरूरी
सब केटगॉरी : शिक्षा
Sep,17,2020 04:47:47 PM
नई दिल्ली : विभिन्न अंडरग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए डीयू के टॉप कॉलेज में प्रवेश पाने का एकमात्र माध्यम होने के नाते, डीयू- जॉइंट एडमिशन टेस्ट उम्मीदवारों का पसंदीदा कोर्स बन चुका है। इस कोर्स की विशिष्टता और संपूर्णता के कारण यह छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है। अन्य दिल्ली विश्वविद्यालय मेरिट-आधारित चयन पाठ्यक्रमों के विपरीत, किसी भी स्ट्रीम का छात्र इस पेपर के लिए एप्लाई कर सकता है। यहां तक कि 12वीं कक्षा में मैनेजमेंट/अर्थशास्त्र लेना भी अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा सभी तीन कोर्स संपूर्ण रूप से डिजाइन किए गए हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय का संयुक्त प्रवेश विभिन्न मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए डीयू-जॉइंट एडमिशन टेस्ट की परीक्षा डीयू द्वारा सालाना आयोजित की जाने वाली सबसे अधिक मांग वाली परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा 18 शहरों में आयोजित की जाती है। बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस) के लिए 6 निर्धारित कॉलेज हैं, बिजनेस इकोनॉमिक्स में बी.ए (ऑनर्स) के लिए 8 निर्धारित कॉलेज हैं और बीबीए (एफआईए) कार्यक्रमों के लिए डीयू से अफिलिएटेड संस्थान हैं। इस परीक्षा के जरिए छात्र अपनी पसंद के कोर्स के अनुसार उचित कॉलेज में प्रवेश पा सकते हैं। लिमिटेड सीटें होने के कारण, पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में केवल 60 प्रतिशत की आवश्यकता होती है, जिससे छात्रों को लिखित परीक्षा में खुद को साबित करने का अवसर मिल पाता है। इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की सिर्फ मेरिट नहीं बल्कि उनकी थ्योरेटिकल समझ और कौशल की परख करना है। प्रथम टेस्ट प्रेप के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकित कपूर ने बताया कि, छात्रों को इस बात का खास ध्यान रखने की जरूरत है कि जिस बोट में आप बैठे हैं, बाकी के छात्र भी उसी में सवार हैं इसलिए सफलता के लिए अधिक से अधिक अभ्यास जरूरी है। इस वक्त आप जितनी ज्यादा मेहनत करेंगे आपकी सफलता की संभावना भी उतनी ज्यादा होगी। अपने दिमाग में प्रवेश परीक्षा के लिए कोई एक तारीख चुन लें और उसी के अनुसार जी-जान लगाकर तैयारी करें। इससे आप अपनी प्लानिंग के अनुसार तैयारी को पूरा कर सकेंगे। वहीं, बिजनेस अवयरनेस और करंट अफयर्स से आप भाग नहीं सकते हैं। आपको नियमित रूप से खुद को अपडेटेड रखने की आवश्यकता है।
डीयू-जॉइंट एडमिशन टेस्ट 2020 में सफलता के लिए निरंतर और कठोर अभ्यास जरूरी है। हर दिन अधिक से अधिक मॉक टेस्ट का अभ्यास करें और उसे निर्धारित समय से पहले पूरा करने की कोशिश करें। इसका फायदा यह होगा कि आपको परीक्षा वाले दिन लॉजिकल रीजनिंग और क्वान्टिटेटिव क्षमता के लिए उचित समय मिल जाएगा। अंकित कपूर ने आगे बताया कि, वर्तमान की स्थिति सभी के लिए चुनौती पूर्ण है और छात्रों ने जो धैर्य और साहस दिखाया है वह इस उम्र के अनुसार सराहनीय है। सीरियस उम्मीदवारों ने हर प्रकार की चिंता से खुद को दूर रखते हुए अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं आने दी है। वे पूरे साहस से इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं, उचित मार्गदर्शन सफलता की कुंजी है।
-अंकित कपूर