आगरा, 22 सितंबर, 2020: मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत द्वारा भारत में पहली बार एक मोबाइल ऐप लिंक्ड अत्याधुनिक टेक्रनोलॉजी आधारित कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर को सफलतापूर्वक इंप्लान्ट किया गया है। यह उपकरण 29 फरवरी को 56 वर्षीय मरीज में इंप्लान्ट किया गया था, जो उसके हृदय स्वास्थ्य की रिमोट मोनिटरिंग करने के साथ उसे मेडिकल टीम के साथ जोड़कर भी रखता है।
हालांकि, यह उपकरण इंप्लान्टेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर (आईसीडी) के परिवार में ही शामिल होता है लेकिन यह एक अत्याधुनिक उपकरण (एबॉट की गैलेंट टेक्नोलॉजी) है, जो ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ मरीज के स्मार्टफोन में ऐप की सुविधा भी देता है। इसे यूएस एफडिए ने इस साल जुलाई में मंजूरी दी थी।
यह इंप्लान्ट साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियक साइंसेस के चेयरमैन, डॉक्टर बलबीर सिंह की मेडिकल टीम द्वारा किया गया था। मरीज उत्तर भारत के एक छोटे से गांव का निवासी है। उसे मैक्स अस्पताल, दिल्ली में बेहोशी या चक्कर की शिकायत के साथ भर्ती किया गया था। मरीज पहले कोरोनरी आर्टरी बाइपास ग्राफ्टिंग सर्जरी से भी गुज़र चुका था। यह सर्जरी हृदय तक होने वाले रक्त प्रवाह को बेहतर करती है। मरीज को भर्ती करने के दौरान उसके बाएं वेंट्रिकल का इजेक्शन फ्रेक्शन (एलवीईएफ) 35% था, जिसका मतलब था कि हृदय से रक्त का प्रवाह हर बार बहुत कम था।
डॉक्टरों की टीम ने इसी उपकरण का उपयोग क्यों किया, यह समझाते हुए डॉक्टर बलबीर सिंह ने कहा कि, इस उपकरण की मदद से रोगी पर दूर से भी नज़र रखी जा सकती है।
मेडिकल टीम ने मरीज से घातक असामान्य धड़कनों और हृदय की खराब हालत के रोगियों के लिए गैलेंट आईसीडी के फायदों के बारे में चर्चा की। मरीज ने संतुष्ट होकर इंप्लान्ट के लिए हां कह दी, जिसके बाद गैलेंट आईसीडी इंप्लान्टेशन सर्जरी को सफलतापूवर्क पूरा किया गया। इंप्लान्ट के बाद, रोगी के मोबाइल ऐप को उपकरण के साथ आसानी से जोड़ा गया।
दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजी हेड व चेयरमैन, डॉक्टर बलबीर सिंह ने बताया कि, “यह नई गैलेंट आईसीडी दिल को सामान्य रूप से धड़कने और हार्ट फेलियर की रोकथाम में मदद करता है। यह उपकरण हमारे मरीजों के हृदय स्वास्थ्य और असामान्य धड़कनों पर नज़र रखने में मदद करता है। इस प्रकार हम जरूरत पड़ने पर समय पर इलाज शुरू कर पाते हैं। हालांकि, इस इंप्लान्ट के बाद भारत में कोविड महामारी की शुरुआत हो गई थी लेकिन सौभाग्य से इस उपकरण की मदद से उसे रुटीन जांचों के लिए क्लिनिक आने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि यह घर बैठे स्वास्थ्य की जानकारी पाने में सहायक होता है।”
वाकई में, गैलेंट उपकरण न सिर्फ ट्रेक्नोलॉजी में बल्कि टेलीहेल्थ, मरीज की देखभाल और डॉक्टरों व मरीजों की संतुष्टी व शांति में भी पूरी तरह अत्याधुनिक है। यह इंप्लान्टेशन मैक्स अस्पताल द्वारा एडवांस टेक्रनोलॉजी के उपयोग को दर्शाता है, जो भविष्य में स्वास्थ्य परिणामों और मरीजों के अनुभव को बेहतर में सहायक साबित होगा।
गैलेंट आईसीडी कोविड महामारी के दौरान भी सहायक साबित हुआ क्योंकि इसकी मदद से डॉक्टर मरीज के हृदय स्वास्थ्य पर निरंतर नज़र भी रख पाते हैं और मरीज को इसके लिए अस्पताल भी नहीं जाना पड़ता है।