गुरूग्राम, 5 अक्टूबर, 2020: आम जनता के बीच बेहतर स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य के साथ, गुरूग्राम के जिला प्रशासन और फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरूग्राम ने एक डिजिटल हेल्थ सेशन के लिए एक-दूसरे से हांथ मिला लिया है। यह डिजिटल हेल्थ सेशन अभी से लगातार 3 महीनों तक आयोजित किया जाएगा। एक घंटे का यह सेशन 25 दिसंबर तक हर शुक्रवार को शाम 4 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक होगा। सभी सेशन गुरूग्राम के जिला प्रशासन कर्मचारियों और निवासियों के लिए प्लान किए गए हैं, जिससे लोगों को वर्तमान और जरूरी स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में शिक्षित किया जा सके।
हर हफ्ते, फोर्टिस गुरूग्राम के एक्सपर्ट डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य प्रबंधन के एक नए पहलू को कवर किया जाएगा। प्लान किए गए सेशनों में कोविड19 के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाना, होम आइसोलेशन के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, कोविड-19 के बाद सामान्य जीवन में लौटना, तनाव प्रबंधन, काम भरी जिंदगी में संतुलन, स्वस्थ हृदय, फैटी लिवर, एनीमिया और रक्त विकार, किडनी विकार आदि शामिल होंगे।
गुरूग्राम के डिप्टी कमिशनर और डीएम, श्री अमित खत्री, जिन्होंने पहले सत्र की अध्यक्षता की, ने बताया कि, “महामारी के दौरान, लोगों अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक चिंतित रहने लगे हैं। वर्तमान की स्थिति से लड़ने और सुरक्षित रहने के लिए लोग सोशल मीडिया पर जानकारी लेते रहते हैं। इसलिए यह वेबिनार प्रशासन और जनता को स्वास्थ्य कर्ताओं से सीधे तौर पर जोड़ेगा, जिससे उन्हें सही जानकारी मिल सके। यह इंट्रेक्टिव सेशन लोगों को सवाल पूछने और सभी शंकाओं को दूर करने का अवसर देगा। वर्तमान में, जहां सबकुछ डिजिटल हो रहा है, चिकित्सक जानकारी को डिजिटल करना समाज कल्याण में एक बहुत ही अच्छा और सहायक कदम है।”
गुरूग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट की ज़ोनल डायरेक्टर, डॉक्टर रितु गर्ग ने बताया कि, “स्वास्थ्य पहलुओं पर जागरुकता बढ़ाने के लिए इस संबंध को लेकर हम बेहद खुश हैं। चूंकि, चीजें फिर से सामान्य होने लगी हैं, इसलिए ऐसे में लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए स्वस्थ जीवनशैली के बारे में शिक्षित करना ज्यादा जरूरी हो गया है। महामारी के दौरान कई आपातकालीन इलाजों और सर्जरी के लिए आने वाले लोगों को अनदेखा किया गया है, जिसके कारण उनकी हालत और गंभीर हो गई। फोर्टिस गुरूग्राम में, हम मरीजों की सुरक्षा के लिए सख्त सुरक्षा नियमों का पालन करते हैं। ये सुरक्षा नियम न सिर्फ मरीजों बल्कि स्टाफ और डॉक्टरों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करते हैं। इस मंच के जरिए हम लोगों को सलाह देना चाहते हैं कि आप लोग किसी भी प्रकार के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें और बेहतर परिणामों के लिए समय पर निदान व इलाज कराएं।”