12वीं के बाद इयर ड्रॉप लेना सही या गलत?
सब केटगॉरी : शिक्षा
Oct,05,2020 07:11:56 PM
नई दिल्ली 12 वीं के छात्र अक्सर अपने करियर को लेकर भ्रमित हो जाते हैं, जहां उनके मन में हजारों सवाल आते हैं, लेकिन उनके जवाब ढूंढ़ पाना बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आता है कि सही करियर का चुनाव कैसे किया जाए, कौन सा कोर्स चुना जाए और वे किस चीज में सबसे अच्छे हैं। भविष्य को लेकर इस प्रकार के सवाल बहुत मुश्किल और परेशान कर देने वाले होते हैं, जिनके जवाब ढूंढ़ पाना आसान नहीं होता है। ऐसे में छात्रों के मन में यही बात आती है कि, ‘क्या मुझे बेहतर करियर के लिए इयर ड्रॉप ले लेना चाहिए?’ लेकिन क्या इयर ड्रॉप लेना उचित है या इससे सिर्फ साल बर्बाद होता है? प्रथम टेस्ट प्रेप के मैनजिंग डायरेक्टर अंकित कपूर ने बताया कि 12वीं के बाद बहुत से छात्रों के मन में इयर ड्रॉप का ख्याल आता है। लेकिन उनमें से कई छात्रों के परिवार वालों के लिए यह सिर्फ साल बर्बाद करने जैसा होता है। उन्हें लगता है कि उनका बच्चा बाकी के छात्रों से पीछे रह गया है। जबकी इसका जवाब केवल हमारे नजरिए और सोच पर निर्भर करता है। वक्त बदल रहा है और जरूरतें भी। यदि प्रवेश परीक्षा में छात्र को मनचाहे अंक नहीं मिले हैं, तो बेहतर करियर के लिए वे इयर ड्रॉप का फैसला लेते हैं।
हालांकि, इयर ड्रॉप का फैसला गलत या साल बर्बाद करने जैसा बिल्कुल नहीं है, लेकिन छात्रों को सब सोच-समझकर और कोई अन्य विकल्प न रह जाने पर ही इयर गैप का फैसला लेना चाहिए। यह उन्हें भविष्य में विभिन्न प्रकार से मदद कर सकता है। अंकित कपूर ने अधिक जानकारी देते हुए कहा कि, एक बुद्धमान छात्र को इयर ड्रॉप का फैसला सोच-समझकर लेना चाहिए। यदि बोर्ड और प्रवेश परीक्षा के लक्षित व वास्तविक अंकों में बहुत छोटा फर्क है और आपको लगता है कि आप थोड़ी और मेहनत से लक्षित अंक प्राप्त कर सकते हैं तो आप मेहनत करें। यदि यह अंतर बड़ा है तो जाहिर है कि अतिरिक्त मेहनत के बाद भी लक्षित अंक प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में आप दूसरे करियर का चुनाव कर सकते हैं। वहीं यदि आपका एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश मिल गया है लेकिन यह आपका मनचाहा कॉलेज नहीं है तो इयर ड्रॉप के बजाय पढ़ाई को जारी रखें और साइड से तैयारी करते रहें। यदि बोर्ड और प्रवेश परीक्षा, दोनों में ही अच्छे अंक नहीं मिले हैं, तो नए युग के करियर विकल्प, कौशल निर्धारित करियर विकल्प, प्राइवेट यूनिवर्सिटी या टियर-2 कॉलेज में प्रवेश लिया जा सकता है। यदि इन सभी विकल्पों के बाद भी छात्र इयर ड्रॉप करना चाहता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है। इस दौरान छात्र किसी अच्छे कोचिंग संस्थान की मदद से तैयारी कर सकता है। इयर ड्रॉप लेने का मतलब जिंदगी खत्म होना नहीं है और न ही यह कोई अपराध है। मायने यह रखता है कि छात्र इस फैसले से खुश है या नहीं। इयर ड्रॉप के दौरान छात्र किसी कोचिंग संस्थान में प्रवेश पाकर मनचाहे करियर के लिए तैयारी कर सकते हैं। इसके साथ ही सर्टिफिकेट कोर्स किए जा सकते हैं जो अच्छे प्रदर्शन में सहायक होंगे।