नई दिल्ली, 2 नवंबर, 2020: विश्व स्ट्रोक संस्थान (डब्ल्यूएसओ) एंजल्स ने अपने अंतर्राष्ट्रीय अवॉर्ड की दूसरी तिमाही में वैशाली स्थित मैक्स अस्पातल को बेहतरीन हेल्थकेयर सुविधाओं के लिए गोल्डन स्टेटस अवॉर्ड देकर सम्मानित किया।
एक सख्त और बेहतरीन मूल्यांकन प्रक्रिया के साथ, डब्ल्यूएसओ ने श्रेष्ठ यूनिट के चयन के लिए विभिन्न सुविधाओं का मूल्यांकन किया, जैसे कि अस्पताल में अंदर आने के 60 मिनटों में कितने मरीजों का इलाज किया गया? 120 मिनट में कितने मरीजों का इलाज हुआ? 45 मिनट में कितने मरीजों का इलाज हुआ? और स्ट्रोक के मरीजों का इलाज स्ट्रोक यूनिट में किया गया या आईसीयू में किया गया?
वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के वीपी-ऑपरेशन्स, डॉक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि, “हमारे लिए यह अवॉर्ड और सम्मान बेहद मायने रखता है क्योंकि हम हमेशा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हेल्थकेयर सुविधाएं प्रदान करने का उद्देश्य रखते हैं। इस अवसर पर, मैं पूरी टीम को बधाई देता हूँ, जिन्होंने कोरोना जैसी कठिन परिस्थिति में भी इस स्तर को गिरने नहीं दिया।”
डब्ल्यूएसओ एंजल्स अवॉर्ड हर तिमाही में दुनिया के उन अस्पतालों या स्ट्रोक की टीमों को दिया जाता है, जो शानदार परिणामों के साथ एक्यूट स्ट्रोक का सबसे अच्छा इलाज प्रदान करते हैं। यह अवॉर्ड उन्हें समय पर प्रभावी स्ट्रोक प्रबंधन के लिए प्रेरित करने के लिए दिया जाता है, जिसमें समय पर जान बचाना और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम करना आदि शामिल है।
वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में न्यूरोलॉजी के प्रमुख निदेशक, डॉक्टर संजय सक्सेना ने बताया कि, “मरीजों की जान बचाना हमारी ज़िम्मेदारी ही नहीं बल्कि हमारा उद्देश्य भी है। चूंकि, स्ट्रोक के मरीजों के इलाज में समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए यहां टीम कॉर्डिनेशन होना बेहद जरूरी है। मैक्स में, टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता के अलावा, हमारी टीमों के बीच एक अच्छा तालमेल बैठता है, जिससे हम स्ट्रोक के मरीजों को सही समय पर सही इलाज प्रदान कर पाते हैं।”