नई दिल्ली: लोक सभा स्पीकर, ओम बिरला ने आज ऑनलाइन संबोधन के ज़रिए टेक्नोलॉजी से लैस पहली नेशनल यूथ पार्लियामेंट का उद्घाटन किया। इस युवा संसद में अपने राज्य की आवाज़ बनने के लिए हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से 5-5 छात्रों का चयन किया गया था।
इस साल यानी कि एफवाई 2021-22 के लिए देश का बजट भारतीय युवा द्वारा तैयार किया गया। एक उचित रिसर्च के बाद विभिन्न लोगों को अलग-अलग मंत्रालय आवंटित किए गए। इसलिए सभी मंत्रालय अलग-अलग लोगों को आवंटित किए गए हैं, जिसके लिए उन्होंने उचित रिसर्च किया है। बजट बनाने की प्रक्रिया में युवाओं की सोच शामिल करने के लिए इस बटज की एक कॉपी देश के वित्त मंत्री को भी प्रस्तुत की जाएगी।
एनवाईपी का मुख्य उद्देश्य राजनीति की प्रकृति के बारे में बेहतर समझ के लिए युवाओं को इसमें शामिल करना है। इस प्रकार के सत्र बेहतर भारत की दिशा में युवा आबादी के राजनीतिक दृष्टिकोण और सुझावों का निर्माण करने और उन्हें सही आकार देने में मदद करता है।
राष्ट्रीय युवा संसद के संस्थापक, कार्तिकेय गोयल ने कहा कि, “एनवाईपी का उद्देश्य यह है कि सबकी आवाज़ महत्व रखती है और सभी को एक-दूसरे की बात सुननी चाहिए। 2021 का बजट बेहद खास है क्योंकि यह महामारी के दौरान प्रस्तुत किया जाएगा। इस साल के बजट में भारत की 130 करोड़ की आबादी की जरूरतों को दर्शाना आवश्यक है, विशेषकर जो लोग भूख और गरीबी के साथ स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना कर रहे हैं।”
राष्ट्रीय युवा संसद (एनवाईपी) के नाम के बैनर तले, यह एक छोटी पहल है जिसे बहुत ही नायाब तरीके से डिजिटल माध्यम के ज़रिए आयोजित किया जाएगा, जो वास्तविक पार्लियामेंट के प्रभावित संचालन के लिए कई रास्ते खोल सकता है। 2019 में कार्तिकेय गोयल द्वारा स्थापित, राष्ट्रीय युवा संसद इस देश के युवाओं के हित के मुद्दों पर एक सभ्य तरीके से बहस में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक युवाओं की भागीदारी के साथ एक बड़ा आंदोलन बन रहा है।
हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के योगदान के लिए समाज में नई प्रथाओं को स्थापित करने और भारतीय युवाओं के बीच संविधान को लोकप्रिय बनाने की दृष्टि से राष्ट्रीय युवा संसद इस दिशा में एक बड़ा कदम है।