• हृदय रोग से संबंधित ओपीडी मैक्स मेड सेंटर, मेरठ में खोली गई
• मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के डॉक्टर हर महीने के दूसरे और चौथे रविवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक यहां उपलब्ध रहेंगे
• इससे दिल के पुराने मरीजों को भी फायदा होगा
• नियमित चेकअप के लिए इतनी दूर सफर करने से वे बच जाएंगे
मेरठ, 10 जनवरी, 2021: दिल्ली—एनसीआर के कई मरीजों की सेवा करने के साथ ही कार्डियक साइंस के क्षेत्र में दशकों से शानदार प्रदर्शन कर रहे मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, पटपड़गंज ने अब अपनी जनसेवा का विस्तार मेरठ तक कर लिया है। मैक्स मेड सेंटर में हृदय संबंधी रोगों की विशेष ओपीडी सेवा शुरू होने से स्थानीय निवासियों और इस क्षेत्र के आसपास के लोगों को बहुत फायदा होगा।
महामारी के इस दौर में मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज के डॉक्टर यहां खुद उपस्थित रहेंगे और यह ओपीडी सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करते हुए संचालित होगी। ओपीडी सेवा का उद्घाटन मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख निर्देशक डॉ. विनय कुमार बहल की मौजूदगी में किया गया। आज से ही शुरू हुई कार्डियोलॉजी ओपीडी प्रतिमाह दूसरे और चौथे रविवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक खुली रहेगी।
अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद डॉक्टर विनय, नई दिल्ली के एम्स के साथ जुड़ गए और लगभग 30 सालों से दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज के साथ काम कर रहे हैं।
इस ओपीडी सेवा से क्षेत्र के निवासियों को सफर करने पर खर्च होने वाले समय और पैसे की बचत होगी और वे अपने ही शहर में क्वालिटी हेल्थकेयर सेवा का लाभ उठा सकेंगे। इस क्षेत्र में अपनी तरह की पहली हृदय रोग संबंधी सेवा होने के कारण लोगों को अब डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए दूरदराज की यात्रा नहीं करनी होगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय आबादी में हृदय संबंधी रोग अभी भी समय पूर्व मृत्यु और बीमारी की चपेट में आने का मुख्य कारण बना हुआ है। धूम्रपान, अल्कोहल का अधिक सेवन, खानपान की गलत आदतें और व्यायामरहित जीवनशैली जैसे कई ऐसे कारण हैं जिस वजह से मरीज हाई कोलेस्ट्रोल, हाइपरटेंशन और हाई ब्लड शुगर जैसे रोगों की चपेट में आ जाते हैं। आनुवांशिक गड़बड़ी और परिवार में कोई केस होने के कारण जहां सबसे अधिक और अनियंत्रित रिस्क फैक्टर्स जुड़े होते हैं, वहीं युवाओं में हृदय रोग के सबसे ज्यादा मामले अत्यधिक तनाव के कारण देखे गए हैं।
मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियक विभाग के प्रमुख निर्देशक डॉ. विनय कुमार बहल ने कहा, 'इस ओपीडी सेवा की शुरुआत से हम उम्मीद करते हैं कि लोगों में हृदय संबंधी समस्याओं की शुरुआती पहचान और इसके निदान के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि युवाओं को जब तक गंभीर समस्या नहीं आ जाती है तब तक वे इसकी अनदेखी ही करते रहते हैं। ऐसे मामले तेजी से बढ़ रहे हैं इसलिए समाज को इसके प्रति जागरूक करना सबसे जरूरी है ताकि हृदय संबंधी बीमारियां महामारी का रूप न ले ले। इस ओपीडी को शुरू करने का मुख्य मकसद मेरठ के लोगों को अपने आसपास ही सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देना है।'
दूसरी श्रेणी के शहरों के लोगों के लिए कई मायनों में बड़ी तेजी से विकास कार्य हुए हैं, लेकिन उनके लिए स्वास्थ्य सेवाएं देना अभी भी एक चुनौती है। हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं जिस वजह से दिल के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। युवाओं में भी हृदय संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। हृदय संबंधी बीमारियां अब सिर्फ 'बुजुर्गों की समस्या' नहीं रह गई है क्योंकि इसकी पहुंच अब 30 साल के युवाओं तक हो गई है। लिहाजा दूसरी श्रेणी के शहरों के लोगों में इससे बचाव, शुरुआती पहचान तथा सही समय पर इलाज कराने के लिए जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी हो गया है।
डॉ. बहल ने कहा, 'स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने को लेकर शिक्षित करना है। लोग यदि रोग के लक्षणों के प्रति सजग हो जाएं और शुरुआती पहचान के महत्व को समझने लगें तो हम आधा युद्ध जीत सकते हैं। यह ओपीडी नागरिकों और उच्च स्तरीय हार्ट केयर सेवाओं के बीच के अंतर को पाटने के लिए उठाया गया एक कदम है जिससे लोगों को घर के पास ही अत्याधुनिक कार्डियक केयर सुविधाएं पाने में मदद मिलेगी और हार्ट सर्जरी करा चुके या स्टेंट लगा चुके लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी क्योंकि नियमित जांच के लिए दिल्ली तक सफर करना उनके लिए आसान नहीं होता है।'