बड़ौत: भारत में मुंह का कैंसर (ओरल कैंसर) काफी व्यापक स्तर पर फैला हुआ है. ओरल कैंसर से होने वाली मौतों और बीमारियों के मामले में भारत का विश्व में दूसरा नंबर है. ओरल कैंसर के तमाम पहलुओं को लेकर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग नई दिल्ली ने आज बड़ौत में एक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया. इसके साथ ही यहां ओरल कैंसर से जुड़ा एक हेल्थ कैम्प भी आयोजित किया गया. ये कैंप बड़ौत मेडिसिटी हॉस्पिटल में था, जहां शहर व आसपास के इलाके के 100 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया.
लेकर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉक्टर राजेंद्र कुमार, पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन के सीनियर डायरेक्टर व एचओडी डॉक्टर इंद्र मोहन चुग, हेड एंड नेक कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर रंजीत सिंह पढ़ियारी मौजूद रहे. इनके अलावा बड़ौत के मेडिसिटी हॉस्पिटल से मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर मनीष तोमर, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर आशीष चौधरी और डॉक्टर खुर्शीद उपस्थित रहे. इन सभी डॉक्टरों ने तंबाकू के सेवन और स्वास्थ्य पर उसके घातक असर के बारे में लोगों को जागरूक किया.
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एंड रोबोटिक्स के सीनियर डायरेक्टर व एचओडी डॉक्टर सुरेंद्र डबास ने इस मौके पर कहा, ‘’तकनीक में काफी तरक्की हुई है जिसकी मदद से रोबोटिक सर्जरी की जा रही हैं. हेड, नेक व ओरल कैंसर के मामलों में ऐसी सर्जरी काफी असरदार साबित हो रही हैं, जो पूरी तरह से स्कारलेस होती हैं. जीभ, गला, मुंह, स्वरयंत्र, ग्रसनी और सिर व गर्दन समेत अन्य जगह के कैंसर को ठीक करने के लिए ट्रांस-ओरल रोबोटिक सर्जरी की जा रही है. टीओआरएस ने सिर और गर्दन के कैंसर के रोगियों के इलाज के तरीके में काफी सुधार किया है. इसमें बोलने की क्षमता भी पूरी तरह सुरक्षित रहती है और ट्यूमर को भी पूरी तरह से हटा दिया जाता है. निगलने की क्षमता भी सही रहती है. ये सर्जरी बिना किसी बड़े निशान के होती है और इसमें मरीज की जल्दी और बेहतर रिकवरी होती है.’’
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग में पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन के सीनियर डायरेक्टर व एचओडी डॉक्टर इंद्र मोहन चुग ने बताया, ‘’ओरल कैंसर के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार कारक तंबाकू का सेवन है. साथ ही इससे सांस से जुड़ी भी कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं. लगातार तंबाकू का सेवन करते रहने से कम उम्र में भी मुंह का कैंसर होने का खतरा रहता है. हाल के वर्षों में, भारत में जीभ और बुक्कल म्यूकोसा कैंसर के मामलों में वृद्धि हुई है. ज्यादातर मरीजों में रोग के बढ़ने के पीछे तंबाकू चबाना एक सामान्य कारण है.’’
डॉक्टर राजेंद्र कुमार मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर हैं, उन्होंने बताया, ‘’तंबाकू छोड़ना आसान है लेकिन पीछे नहीं हटना चुनौती है. ऐसे में एक प्रोफेशनल काउंसलर की जरूरत होती है जो तंबाकू सेवन करने वाले को एक प्रॉपर प्लान के साथ इस आदत से दूर करे जिससे उसका कोई नुकसान भी न हो. इस विषय के जो विशेषज्ञ हैं वो तंबाकू का सेवन करने वालों का सही रूप में इलाज कर रहे हैं. इस अवसर के माध्यम से, हमारा उद्देश्य स्वस्थ आदतों और नियमित जांच के लिए जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना है. अगर किसी को 3 सप्ताह से अधिक समय तक मुंह में लाल या सफेद पैच या अल्सर की शिकायत हो तो उन्हें तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए.’’
तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है लेकिन बदलती जीवनशैली के साथ अधिक से अधिक युवा इस सच्चाई को जानने के बाद भी इसके आदी हो रहे हैं. हाल के वर्षों में, मैक्स अस्पताल शालीमार बाग ने मिनिमली इनवेसिव रोबोट-असिस्टेड सर्जरी के जरिए सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित कई रोगियों का इलाज किया है. इतना ही नहीं, सर्जरी के बाद पीड़ित के चेहरे को भी किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है.